मोदी सरकार ने अभी तक तमाम 5 सरकारी कंपनियों को बेच दिया जिसमें से एलआईसी, रेलवे एयरपोर्ट, शिपिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया ,भारत पैट्रोलियम जैसी प्रमुख सरकारी कंपनियां है ।
जिस तरह से इन्हें सरकारी कंपनियों को प्राइवेट किया जा रहा है उस तरह से महंगाई और बढ़ने के आसार हैं और । इस पर अभी तक कोई पार्टी विरोध नहीं किया है पांच कंपनियों को बेचने के बावजूद इतनी बड़ी कंपनियां जो कि सरकार को बहुत ज्यादा मुनाफा देती हैं और अगर यह कंपनियां पूरी तरफ से प्राइवेट हो गई तुम पर बेरोजगारी बहुत बढ़ने की आशा है और इन्हें अभी पूरी तरह से बेचा नहीं गया है धीरे-धीरे करके बेचा जा रहा है ताकि विरोध ना हो देश जिस तरह रेलवे को शुरू में धीरे-धीरे करके 50 परसेंट तक बेच दिया गया है । और मोदी जी बोलते रह गई कि रेलवे को नहीं बेचा जा रहा है ।
उसी तरह अभी तमाम कंपनियों को बेचा जा रहा है जिसमें से एलआईसी भी शामिल है , इसमें इन्वेस्ट के नाम से सिर्फ अभी है बाद में यह भी भेज दिया जाएगा जैसे कि रेलवे बेचा गया था और शिपिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ।
तमाम बड़ी सरकारी कंपनियां गौतम आडवाणी ही को भेजा जा रहा है जिससे यह साबित होता है कि आने वाले दिनों में रेलवे, एयरपोर्ट, पेट्रोल, सब सरकारी ना रहकर प्राइवेट हो जाएगा । और इससे महंगाई बढ़ेगी हो गरीबी का स्तर बढ़ जाएगा l